मेथि दाना के फायदे और नुकसान methi dana ke fayde or nuksan

मेथीमेथी  के पत्ते का तो अच्छा  साख या सुखी भजिया बनती हैं। किंतु उसके बीच मसले के काम आते हैं। भिगोने से वे फुल  जाते हैं छिलका उतारने पर कड़वाहट तो काम हो जाती है किंतु साथ ही गुण भी काम हो जाता हैं। इतने पर भी उसकी गर्मी प्रधान गुण छिलके सहित या छिलके रहित स्थिति में अपना काम करता है मेथी के बीच के की पतली दाल तली हुई भुजिया भी बना  सकते हैं। घी शक्कर के साथ उसके लड्डू भी बन सकते हैं औषधि प्रयोग में इसके बीजों का चूर्ण काम में लिया जा सकता है ऐसी भी हो सकता है कि उबाल छानकर उसके पानी को गुनगुनी स्थिति में पिया जाए ।

अन्य भाषा में मेथी के नाम :-  ( Name of Fenugreek in Different Languages) 

मेथी का वानस्पतिक नाम ट्राईगोनेला फिनम् ग्रीकम्  है। यह फेबेसी कुल का पौधा है अंग्रेजी और  विविध भारतीय भाषाओं में इसका नाम निम्न अनुसार है।

हिंदी – मेथी

इंग्लिश – फेनुग्रीक , ग्रीक हे, ग्रीक क्लोवर

संस्कृत – मेथीका , मेथिनि ,मेथी ,दीपनि, बहुपत्रिका ,बोधिनी ,बहुबीज, ज्योति, गंन्धफला, वल्लरी ,चंद्रिका , मिश्रापुष्पा , पितबीजा ,

ओरिया –  मेथी

कांनाड – मेंन्ते

गुजराती – मेथी, मेथिनी

तमिल – मेंटल  वण्डयम्

नेपाली – मेथी

मलियालम – उल्लव , उलुवा

मेथी गठिया रोगों में सहायक  :-  मेथी गठिया जिससे रोगों में विशेष रूप से कम आती है। जकड़न  सूजन में भी उससे लाभ होता हैं।

सर्दी जुकाम :-  जुकाम सर्दी के अतिरिक्त बहुमूत्र जैसे रोगों पर भी उसे अंकुश लगता है भूख खुलती है और अपचां दूर होता हैं। मेथी में जनवरी मार्च में पुष्प और फल लगते हैं और छोटी मेथी का उपयोग ही साग सब्जी में होता हैं।

वात नाशक :-  मेथी आयुर्वेद के मतानुसार मूलतः वात नाशक हैं। नाड़ियों की दुर्बलता में भी इसका उपयोग करते हैं।

प्रसव के बाद :- प्रसव के बाद स्तनो से दूध आने व हारमोंस की अनियमितता के लिए मेथी के मोदक खिलाने का प्रावधान भारतीय परिवारों में होता हैं।  

शरीर में थकान :-  दुर्बलता शरीर में पीड़ा थकान में यह टॉनिक का काम करती है

मेथी का पंचांग भी प्रयुक्त होता हैं। एवं बीज चूर्ण भी 1 से 3 ग्राम की मात्रा में  बीजो से सब्जियों में छोक देते हैं। मेथी दाने  की सब्जी को लोग बड़े शौक से कहते हैं।

कब्ज  और एसिडिटी :-  सुबह उठकर बिना मुंह धोए मेथी दाने को पीतल के लोटे में रात में पानी भरकर रखकर रखें और मेथी दाने को उसे पानी  के साथ ले इसे कब्ज और  एसीडीटी दूर हो जाती है।

बालों का झड़ना रोकने में मेथी  के औषधीय गुण फायदेमंद  :

मेथी के फायदे से बालों का झड़ना रोका जा सकता हैं। इसके लिए एक से दो चम्मच मेंथी  के दानों  को रात भर के लिए भिगो दे । इसे सुबह पीसकर बालो की जड़ों में लगाए ।  लगे 1 घंटे बाद बालों को धो ले सप्ताह में दो से तीन बार लगाने से बालों का गिरना बंद हो जाता हैं।

मेथी के सेवन से हृदय रोग में लाभ :- 

* एंटीऑक्सीडेट गुणो  के कारण मेथी  हृदय रोग के लिए लाभकारी है यह रक्त संचार को सही रखना हैं। मेथी में घुलनशील फाइबर होता है जो हृदय रोग के खतरों को कटाता है हृदय को स्वस्थ रखने के लिए मेथी के 10 – 15 मिली कड़े  में शहद  मिलाकर पिए ।

* मेथी के दाने खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं।  रोजाना  मेथी के  दानों के चूर्ण का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता हैं।

पेट के रोगों में मेथी के सेवन से लाभ  :-

मेथी के बीज कब्ज दूर करने में काफी लाभकारी है। मेथी, चंद्रासुर मंगरेला ( कलौंजी) और अजवाइन का रोजाना सेवन करें । इससे गैस संबंधित रोग अपच पेट में दर्द भूख की कमी पेट का फूलना पेट दर्द और कमर दर्द आदि रोगों में लाभ होता हैं।

मेथी के सेवन से कब्ज का इलाज : 

कब्जे में मेथी का औषधीय गुण फायदेमंद होता हैं। अगर कब्ज से परेशान रहते हैं तो मेथी के पत्तों का साग बनाकर खाएं इससे कब्जे की परेशानी से राहत मिलती है मेथी मल को नरम करके कब्ज को मिटाती हैं।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में  लाभदायक : 

* आप मेथी के फायदे डायबिटीज में भी ले सकते हैं।  मेथी का नियमित सेवन करने से खून में चीनी के मात्रा नियंत्रित रहती हैं।

* एक चम्मच मेथी के  दानों का चूर्ण बना ले इसे रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ ले।

* मेथी के दानों को रोज पानी में भिगो दे। इसे  सुबह  चबा चबा कर खा  ले ऊपर से मेथी दाने का पानी पी  ले ।

प्रवास के बाद महिलाओं को होता है मेथी के सेवन लाभ

* महिलाओं को प्रवास के बाद मेंथी के औषधिय गुण से बहुत लाभ मिलता हैं। मेथी दाना से प्रस्तुत स्त्रियों मे स्तनों में दूध  बड़ता है मेथी के सेवन से माता के दूध की गुणवत्ता भी बढ़ती हैं। जिससे शिशु का स्वास्थ्य भी अच्छा होता है माता मेथी की सब्जी सुप आदि का सेवन कर सकती है।

* जिराह, सोफ,  सोया, मेथी ,आदि में गुड ,दूध ,एवं गाय का घी मिलाकर पका ले । इसका सेवन कराए । इसे योनि के रोग, बुखार टीवी ,खासी, सांसों ,का फूलना एनीमिया ,दुबलापन आदि बीमारियों से लाभ होता है

* गैस बनने और गैस के कारण होने वाले रोगों में भी मेथी के सेवन से लाभ होता है

मासिक धर्म विकार में मेथी के फायदे 

* आज बड़ी संख्या में महिलाएं मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं। महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पेट में दर्द अधिक रक्त स्रोत जैसी परेशानी होने लगती हैं। मासिक धर्म की प्रक्रिया को एस्ट्रोजेन नामक एक हारमोंस नियत्रित करता हैं। मेथी के दानों में एस्ट्रोजन के गुण होते हैं। इसलिए यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक होता हैं। मेथी के सेवन से खून भी बनता है और दर्द भी काम होता हैं। मासिक धर्म की समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी के एक से दो ग्राम बीज का सेवन करें

* आप मेथी दानों की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। मेथी की चाय को मीठा बनाकर थोड़ा ठंडा होने दे इसमें शहद मिला ले अधिक लाभ होगा।

पाचन तंत्र  विकार में मेथी के फायदे :  

मेथी में उष्ण और दीपन गुण पाए जाते हैं। इसके कारण यह पाचन अग्री को बढ़कर पाचन तंत्र को मजबूत रखता हैं। यह भूख  बढ़ने में भी मदद करता हैं।